हम कुछ शिष्यों की तरफ से गुरुदेव को समर्पित
हमारा जीवन माँ से शुरू होता है । परंतु गुरु हमे ज्ञान देकर दूसरा जन्म देते हैं । शायद इसीलिए भक्त का अपने गुरु ओर भगवान से गहरा प्रेम होता है । यह प्यार हमेशा बना रहे । हम ओर आप गुरुओं के प्रति श्रद्धा भक्ति ओर ज्ञान के साथ अपने सम्बन्धों का आनंदोत्सव हर वर्ष मनाते रहें ।
आप का मार्गदर्शन मुझे जीवन के हर पल एवं हर क्षण पर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप में हमेशा मिलता रहे ।
इसी आशा के साथ गुरु पुर्णिमा के शुभ अवसर पर गुरुदेव भगवान के चरणों में सहस्त्र कोटि प्रणाम
चरण सेवक – दुर्गेश भैया , संजय भदोरिया , एवं हम सव शिष्य ओर भक्तगण